Wednesday, October 02, 2013

आज का नेता

वो है नेता इस भारत का
वो है नेता इस भारत का
सत्ता के खेल में ईंट है वो
गठ-जोड़ की नयी इमारत का
 क्रिकेट से मिली फ़ारारी है
पर उसके पास सफ़ारी है
पर इन सब से पीछे हैं हम
न अपनी कोई सवारी है 
जो ये होटल में खाऐं तो
चालिस पन्नों का कार्ड मिले
ये जब निकलें कभी दौरे पर
रहते अलर्ट सारे जिले  

देख के सड़कों पे गड्ढे
इनके आंसू न गिरते हैं
पर वोट-बैंक के नाम पे ये
पब्लिक के पीछे दिखते हैं


फ़ेसबुक पे भी अप्डेट मिले
और ट्विटर पे मिलते इनके ट्वीट
घपलों में जब ये फ़सते हैं
  इनकी आपस में होती मीट
कोर्ट से बचने की खातिर
ये कहते हैं फ़िर राष्ट्रपति  से 
एक आर्डिनेन्स तो पास करो
हमको बचना है दुर्गति से 

ये चुनाव जब जीतें तो
हम अक्सर पछताते हैं
इनको फ़िर अब न सीट मिले
हम फ़िर से यही मनाते हैं

4 comments:

  1. Good commentary on present politics :-)

    ReplyDelete
  2. Thank you dost:) at least there is someone who can understand the gravity of game of politics in India.

    ReplyDelete
  3. kya baat hai sir ..............we proud of u

    ReplyDelete