वो है नेता इस भारत का
वो है नेता इस भारत का
सत्ता के खेल में ईंट है वो
गठ-जोड़ की नयी इमारत का
देख के सड़कों पे गड्ढे
इनके आंसू न गिरते हैं
पर वोट-बैंक के नाम पे ये
पब्लिक के पीछे दिखते हैं
वो है नेता इस भारत का
सत्ता के खेल में ईंट है वो
गठ-जोड़ की नयी इमारत का
क्रिकेट से मिली फ़ारारी है
पर उसके पास सफ़ारी है
पर इन सब से पीछे हैं हम
न अपनी कोई सवारी है
पर उसके पास सफ़ारी है
पर इन सब से पीछे हैं हम
न अपनी कोई सवारी है
जो ये होटल में खाऐं तो
चालिस पन्नों का कार्ड मिले
ये जब निकलें कभी दौरे पर
रहते अलर्ट सारे जिले
चालिस पन्नों का कार्ड मिले
ये जब निकलें कभी दौरे पर
रहते अलर्ट सारे जिले
देख के सड़कों पे गड्ढे
इनके आंसू न गिरते हैं
पर वोट-बैंक के नाम पे ये
पब्लिक के पीछे दिखते हैं
फ़ेसबुक पे भी अप्डेट मिले
और ट्विटर पे मिलते इनके ट्वीट
घपलों में जब ये फ़सते हैं
और ट्विटर पे मिलते इनके ट्वीट
घपलों में जब ये फ़सते हैं
इनकी आपस में होती मीट
कोर्ट से बचने की खातिर
ये कहते हैं फ़िर राष्ट्रपति से
एक आर्डिनेन्स तो पास करो
हमको बचना है दुर्गति से
ये कहते हैं फ़िर राष्ट्रपति से
एक आर्डिनेन्स तो पास करो
हमको बचना है दुर्गति से
ये चुनाव जब जीतें तो
हम अक्सर पछताते हैं
इनको फ़िर अब न सीट मिले
हम फ़िर से यही मनाते हैं
हम अक्सर पछताते हैं
इनको फ़िर अब न सीट मिले
हम फ़िर से यही मनाते हैं
Good commentary on present politics :-)
ReplyDeleteThank you dost:) at least there is someone who can understand the gravity of game of politics in India.
ReplyDeletekya baat hai sir ..............we proud of u
ReplyDeleteThank u bhaai :)
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