रिश्ते नातों को कफ़न दिए
अरमानों को दफ़न किये
वो चला जा रहा है
वो चला जा रहा है
भूल के वो सबकी बातें
करके अनसुनी कुछ फरियादें
देकर आंसू इन आँखों में
जो यार था मेरा लाखों में
ओझल हो गया वो नज़रों से
न पता मिला फिर खबरों से
समेट के सारे सपनों को
भूल के सारे अपनों को
वो चला जा रहा है
वो चला जा रहा है
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